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दैनिक प्रतियोगिता स्वैच्छिक कविता *जीवन यात्रा* यूं कह लो कि जिंदगी इक सराय है और हम मुसाफिर या ये कह लो कि जिंदगी एक यात्रा है और हम यात्री जगह जगह ...